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हेलिक्स का नियम

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  हेलिक्स का नियम(Helix's Rule) इसे दाहिने हाथ की हथेली का नियम भी कहा जाता है इसके अनुसार किसी सोलेनाइड को दाएं हाथ में इस प्रकार पकड़े की मुडी उंगलियां धारा की दिशा को प्रदर्शित करे ,तो अंगूठा उत्तरी ध्रुव को प्रदर्शित करता है।

समय अंतराल किसे कहते हैं।

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  समय अंतराल किसे कहते हैं। किसी प्रत्यावर्ती राशि में होने वाले परिवर्तनो के एक चक्र को पूर्ण करने में लगा समय,समय अंतराल कहलाता है।  इसका प्रतीक T तथा मात्रक सेकंड है               समय अंतराल =1/ फ्रीक्वेंसी                 T=1/f या f=1/T

यांत्रिक ऊर्जा कितने प्रकार की होती है।

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यांत्रिक ऊर्जा कितने प्रकार की होती है। यांत्रिक ऊर्जा निम्न प्रकार की होती है। 1.स्थितिज ऊर्जा(Potential Energy)  किसी वस्तु में अपनी स्थिति के कारण जो ऊर्जा विद्यमान होती है वह स्थितिज ऊर्जा कहलाती है।   स्थितिज ऊर्जा= द्रव्यमान *गुरुत्वीय त्वरण * ऊंचाई                   P.E.=m.g.h      जहां,           P.E.= स्थितिज ऊर्जा                        m= द्रव्यमान                       g= गुरुत्वीय त्वरण                        h= ऊंचाई 2.गतिज ऊर्जा(Kinetic Energy ) किसी वस्तु में उसकी गति के कारण जो ऊर्जा होती है वह गतिज ऊर्जा कहलाती है।    गतिज ऊर्जा =1/2* द्रव्यमान * वर्ग वेग        K.E.=1/2m.v.v यहां,              KE= गतिज ऊर्जा       ...

ऊर्जा किसे कहते हैं।

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  ऊर्जा किसे कहते हैं।(What is Energy ) 'कार्य करने की क्षमता ऊर्जा कहलाती है    ऊर्जा= कार्य *समय      E=W*T ऊर्जा का मात्रक जूल होता है। ....

कॉर्क स्क्रू नियम

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  कॉर्क स्क्रू नियम- किसी करंट युक्त चालक के एक सिरे पर बोतल की कारक खोलने वाले पेच की नोक विधुत धरा की दिशा में खोला जाये तो पेच के खोलने की दिशा ही करंट युक्त कंडक्टर में चुम्बकीय बल रेखाओं की दिशा होगी ।

विधुत चुम्बकीय प्रेरण का सिद्धान्त

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  विधुत चुम्बकीय प्रेरण का सिद्धान्त - चालक में विधुत धारा गुजारने पर चालक में चुम्बकीय बल रेखाएं उत्पन्न हो जाती है । और जब चुम्बकीय बल रेखाओं में किसी चालक को गतिमान किया जाये तो चालक द्वारा चुम्बकीय बल रेखाओं के कटने पर चालक में emf (इ.एम.एफ) उत्पन्न हो जाती है । यह गुण इलेक्ट्रो मेग्नेटिक इंडक्शन कहलाता है । इंडक्शन दो प्रकार की होती है -  1.सेल्फ इंडक्शन 2.म्यूचुअल इंडक्शन । सेल्फ इंडक्शन - जब किसी क्वाइल को एसी सप्लाई से जोड़ा जाता है तो क्वाइल में भी अल्टर्नेटिंग मैग्नेटिक फील्ड उत्पन्न होती है जिससे क्वाइल में ई.एम.एफ उत्पन्न हो जाती है इस ई एम एफ को सेल्फ इंडियुस्ड emf कहा जाता है । सेल्फ इंडक्शन के लाभ - फैन रेगुलेटर में इस्तेमाल होती है ।ऑटो ट्रांसफार्मर में ईस्तेमाल होती है ।लाइटनिंग अरेस्टर में इस्तेमाल होती है ।ट्यूब लाइट में इस्तेमाल होती है फ़िल्टर सर्किट में इस्तेमाल होती है  म्युचुअल इंडक्शन - दो  क्वाइलों को समांतर में रखा जाये और सिर्फ एक क्वाइल को विधुत धारा से जोड़ा जाये तो उस क्वाइल के साथ साथ दूसरी क्वाइल में भी emf उत्पन्न हो जाती है जो म्यू...

लेंज लॉ (lenz's law)

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  लेंज लॉ (lenz's law)  लेंज का नियम बताता है कि क्वाइल में उत्पन्न emf सदा अपने पैदा करने वाले स्त्रोत का विरोध करती है । जब चुम्बकिय पोलों के बीच चालक को घुमाया जाता है तो चालक में चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धान्त अनुसार emf उत्पन्न हो जाती है । यह (emf) विधुत वाहक बल चुम्बकीय पोलों को पीछे धकेलने की कोशिश करता है मुझे आशा है कि आप लोगों को पोस्ट बहुत पसंद होगा